Senior Citizens Discount : भारतीय रेलवे ने एक बार फिर वरिष्ठ नागरिकों को बड़ी राहत दी है। 1 जनवरी 2025 से बुजुर्गों को ट्रेन टिकट पर मिलने वाली रियायत दोबारा शुरू की जा रही है। कोरोना काल में यह सुविधा बंद कर दी गई थी, जिससे लाखों बुजुर्गों को ज्यादा किराया देना पड़ता था। अब यह छूट फिर से लागू होने जा रही है, जिससे उन्हें हर महीने अच्छी-खासी बचत होगी।
महिला और पुरुष बुजुर्गों के लिए अलग छूट
सरकार ने छूट की नई व्यवस्था में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग प्रतिशत तय किया है।
- महिलाएं (60 साल या उससे ज्यादा उम्र): 50% की छूट
- पुरुष (65 साल या उससे ज्यादा उम्र): 40% की छूट
यह सुविधा सिर्फ स्लीपर क्लास और जनरल क्लास के लिए लागू होगी। प्रीमियम ट्रेनों (जैसे राजधानी, शताब्दी, वंदे भारत) में यह नहीं मिलेगी।
छूट पाने के लिए जरूरी शर्तें
- टिकट बुकिंग के वक्त उम्र का प्रमाण देना जरूरी होगा (जैसे आधार कार्ड)।
- टिकट IRCTC की वेबसाइट या मोबाइल ऐप से ही बुक करनी होगी।
- यह छूट तत्काल और प्रीमियम तत्काल टिकटों पर लागू नहीं होगी।
- जो बुजुर्ग अकेले या अपने जीवनसाथी के साथ यात्रा कर रहे हों, वही इस छूट का फायदा उठा सकेंगे।
रेलवे ने यह शर्तें इसलिए रखी हैं ताकि कोई भी गलत तरीके से इस सुविधा का लाभ न ले सके।
छूट से कितनी बचत होगी?
माना जाए कि जोधपुर के रहने वाले 68 साल के रामदयाल शर्मा हर महीने जयपुर जाते हैं और स्लीपर क्लास में ₹560 किराया भरते हैं। अब उन्हें 50% छूट मिलेगी, यानी ₹280 में टिकट मिलेगा। इस तरह हर महीने ₹280 की बचत होगी। यह बचत दवाइयों और जरूरी खर्चों में बहुत मदद करेगी।
कितने लोग होंगे लाभार्थी?
सरकार के मुताबिक देश में 10 करोड़ से ज्यादा वरिष्ठ नागरिक हैं। इनमें से करीब 3 करोड़ लोग हर साल ट्रेन से सफर करते हैं। अगर इनमें से 2.5 करोड़ लोग भी इस सुविधा का लाभ लें, तो यात्रियों की जेब में सालाना करीब ₹5100 करोड़ की बचत हो सकती है।
टिकट बुकिंग अब होगी और आसान
IRCTC ने सीनियर सिटिजन के लिए अलग विकल्प जोड़ा है, जिससे ऑनलाइन टिकट बुक करना आसान हो गया है। रेलवे काउंटर से भी पहचान पत्र दिखाकर टिकट लिया जा सकता है। रेलवे जल्द ही बुजुर्गों के लिए हेल्पलाइन नंबर और मोबाइल ऐप में नई सुविधाएं शुरू करेगा।
सरकार की आगे की योजना
सरकार भविष्य में वरिष्ठ नागरिकों के लिए खास कोच, स्टेशन पर सहायता काउंटर और चुनिंदा ट्रेनों में आरक्षित सीट जैसी सुविधाएं देने की योजना पर भी काम कर रही है। इसका मकसद बुजुर्गों को सुरक्षित, आरामदायक और किफायती यात्रा देना है।
समाजिक और भावनात्मक लाभ
इस रियायत से बुजुर्ग अब ज्यादा यात्रा करेंगे। वे तीर्थ स्थलों, रिश्तेदारों और सामाजिक आयोजनों में शामिल हो पाएंगे। इससे न केवल उनका मानसिक स्वास्थ्य बेहतर होगा, बल्कि सामाजिक जुड़ाव भी मजबूत होगा।
तैयारी कैसे करें
1 जनवरी 2025 से योजना लागू होगी। बुजुर्ग अभी से अपना पहचान पत्र अपडेट करवाएं, IRCTC अकाउंट बनाएं और ऑनलाइन बुकिंग सीखें। परिवार वाले भी उनकी मदद करें ताकि वे इस सुविधा का पूरा फायदा उठा सकें।